बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन–कुमार ।
हनुमान चालीसा लिरिक्स
व्याख्या – जो मन से सोचते हैं वही वाणी से बोलते हैं तथा वही कर्म करते हैं ऐसे महात्मागण को हनुमान जी संकट से छुड़ाते हैं। जो मन में कुछ सोचते हैं, वाणी से कुछ दूसरी बात बोलते हैं तथा कर्म कुछ और करते हैं, वे दुरात्मा हैं। वे संकट से नहीं छूटते।
आपका अनुग्रह न होने पर सुगम कार्य भी दुर्गम प्रतीत होता है, परंतु सरल साधन से जीव पर श्री हनुमान जी की कृपा शीघ्र हो जाती है।
TumhareTumhareYour bhajanaBhajanaDevotion / chanting rāma RāmaLord Rama koKoTo pāvaiPāvaiTakes to / provides / received
भावार्थ – श्री गुरुदेव के चरण–कमलों की धूलि से अपने मनरूपी दर्पण को निर्मल करके मैं श्री रघुवर के उस सुन्दर यश का वर्णन करता हूँ जो चारों फल (धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष) को प्रदान करने वाला है।
पवनदीप राजन द्वारा गाया हनुमान चालीसा
भावार्थ – आप प्रभु श्री राघवेन्द्र का चरित्र (उनकी पवित्र मंगलमयी कथा) सुनने के लिये सदा लालायित और उत्सुक (कथारस के आनन्द में निमग्न) रहते हैं। श्री राम, लक्ष्मण और माता सीता जी सदा आपके हृदय में विराजमान रहते हैं।
Placing the ring of Rama with your mouth, you jumped and flew more than Ocean to Lanka, there's no surprise in that.
भावार्थ – आपकी इस महिमा को जान लेने के बाद कोई भी प्राणी किसी अन्य देवता को हृदय में धारण न करते हुए भी आपकी सेवा से ही जीवन का सभी सुख प्राप्त कर लेता है।
When he observed Anjani, Batara Guru was so amazed that he produced semen. The king with the puppet gods rubbed it with tamarind leaves and threw it in the lake. The sinom leaf fell on Anjani's lap. She also picked it up and ate it right up until she grew to become pregnant. When it was time to offer beginning, Anjani was assisted via the angels despatched by Batara Expert. She gave start to some baby monkey with white hair, when herself once again had a gorgeous confront and was taken to heaven as an angel.
Child Hanuman reaches with the Sun imagining it is a fruit by BSP Pratinidhi In keeping with Valmiki's Ramayana, a person early morning in his childhood, Hanuman was hungry and saw the Sunshine. Mistaking it for just a ripe fruit, he leapt up to check here consume it. In one version in the Hindu legend, the king of gods Indra intervened and struck Hanuman together with his thunderbolt. It hit Hanuman on his jaw, and he fell to your earth lifeless by using a damaged jaw. Hanuman's father, Vayu, turned upset and withdrew the many air from Earth. The dearth of air created huge suffering to all residing beings. This led Shiva to intervene and resuscitate Hanuman, which consequently prompted Vayu to return air to your dwelling beings.
व्याख्या – भजन का मुख्य तात्पर्य यहाँ सेवा से है। सेवा दो प्रकार की होती है, पहली सकाम, दूसरी निष्काम। प्रभु को प्राप्त करने के लिये निष्काम और निःस्वार्थ सेवा की आवश्यकता है जैसा कि श्री हनुमान जी करते चले आ रहे हैं। अतः श्री राम की हनुमान जी जैसी सेवा से यहाँ संकेत है।
◉ श्री हनुमंत लाल की पूजा आराधना में हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और संकटमोचन अष्टक का पाठ बहुत ही प्रमुख माने जाते हैं।